जीवन अनमोल है - इसका सम्मान करो!

श्रेणी: आत्मचिंतन (page 1 of 2)

Inspiration:

बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलिया कोय।
जो दिल खोजा आपना, मुझसे बुरा न कोय॥

यह एक कड़वी सच्चाई है – हम अपनी असफ़लता का कारण किसी और को मानते हैं. जिस दिन अपने अन्दर झांकना प्रारंभ कर देंगे, आपकी दुनिया बदलती प्रतीत होगी . आप अपने आपबीती के एक हद तक जिम्मेदार हैं.

हमारी असफ़लता का सबसे बड़ा कारण ये है की हम अपने लिए समय नहीं देते.

जिस प्रकार शरीर के पोषण हेतु भोजन की आवश्यकता पड़ती है; ठीक उसी तरह दिमाग को स्वास्थ्य रखने हेतु हमें अच्छी किताबें पढनी चाहिए.

अच्छा सोंचना चाहिए, तथा अच्चा व्यवहार करना चाहिए.

(Looking for inspiration? read inspirational stories and get inspired)

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No Excuses – The Power of Self-Discipline by Brian Tracy – Hindi Book Summary

No Excuses – Hindi Book Summary

ज्यादातर लोग इसे समझ नहीं पाते और हल्के में लेते हैं। जबकि यह एक ऐसी क्षमता है, जिसे डेवलप करने में आपकी जिंदगी खतम हो जाती है।

यह एक ऐसी किताब है जो आपके सोचने का तरीका बदल देगी। अगर आपसे पूछा जाए कि  आपका सबसे वैल्युएबल असेट क्या है? तो आपका जवाब क्या होगा? बैंक बैलेंस, प्रॉपर्टी या रिलेशन? हो सकता है आप इन तीनों में एक चुनेंगे। लेकिन ऑथर कुछ और ही कहते हैं। You are your most valuable asset. जी हां सही सुना आपने। आप खुद अपना सबसे वैल्युएबल असेट हैं। आपका जीवन, आपकी काबिलियत और आपके अंदर की अपार संभावनाएं आपकी सबसे बेहतरीन संपति है।  और पढ़ें ....

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YouTube Learning – What expert say? यूट्यूब पर कैसे सीखें?

YOUTUBE LEARNING-HOW TO LEARN ON YOUTUBE

मैंने इलस्ट्रेटर का कोर्स शुरू किया और दो घंटे तक पूरे लगन से सीखा। ऐसा मैंने एक हफ्ता किया। समय के अभाव में कंप्यूटर चालू तक नहीं किया। मतलब मैंने इलस्ट्रेटर के वीडियो तो जरूर देखे, परंतु प्रैक्टिस बिल्कुल नहीं किया। लिहाजा जो भी सीखा याद कुछ भी नहीं।  और पढ़ें ....

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CommUnication skill book summary – खुद से पूछे 8 सवाल

COMMUNICATION SKILL BOOK SUMMARY

एक बेहतर कम्युनिकेशन में प्रॉपर कंटेंट के अलावा इमोशन, बॉडी लैंग्वेज तथा उसको कहने का तरीका प्रभावशाली समझा जाता है। कम्युनिकेशन कोई टेक्निक नहीं है। यह आपके सोचने का तरीका है। मतलब आपका दुनिया के प्रति एटीट्यूड ही Communication Skill को प्रभावी बनाता है। एटीट्यूड में बदलाव आपके अंदर बड़ा परिवर्तन ला सकता है।  और पढ़ें ....

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Self Motivation – कोई आपको मोटिवेट नहीं कर सकता, आपको स्वयं होना पड़ता है

Self Motivation – you have to be motivated

जब आप जीवन के चौथे चरण में होते हैं और धन – दौलत, यश – कीर्ति इत्यादि से आपका मन विरक्त हो जाता है, तब स्वास्थ्य और अपनों का समय ही आपके लिए सबसे बड़ा ईनाम बन जाता है. इसे प्राप्त करने हेतु आप सब कुछ करना चाहते हैं. और पढ़ें ....

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Productive habit in everyday life – व्यायाम आपके व्यवहार में शामिल होना चाहिए

Productive habit in everyday life

कुछ मिनट ज़्यादा मेहनत भरा व्यायाम करने की अपेक्षा अपने रोज़मर्रा के कामों में व्यायाम को शामिल करें. यह आप अपने ऑफ़िस में भी कर सकते हैं.

ज़ाहिर सी बात है, अपने बारे में तो कोई बुरा नहीं सोचता. और जब विषय स्वास्थ का हो, तो सबसे अधिक ला-परवाह व्यक्ति भी अपने लिए सकारात्मक सोच रखता है. नकारात्मक वह तब होता है जब अपने शरीर से कोई आवश्यक काम लेना हो. और पढ़ें ....

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Importance of Discipline – अनुशासन बाध्यता नहीं आवश्यकता का नाम है

Importance of Discipline

सर्वप्रथम अनुशासनहीनता का शिकार व्यक्ति खुद हो जाता है. वह खुद को नकारने लगता है. कभी अपनी क्षमता को नकार देता है, कभी कर्तव्यों को तो कभी अपने अस्तित्व को. और उसके अंदर आलश्य, उदासीनता, हीन भावना, घृणा तथा क्रोध इत्यादि बढ़ने लगता है. अंतर्मन के ये शत्रु किसी विद्वान् एवं बलशाली मनुष्य को भी सफल नहीं होने देते.  और पढ़ें ....

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Social media is no more social – आप सोशल मीडिया पर क्या करते हैं?

Social media is no more social

जब अपने से बड़े उम्र के व्यक्ति, जो की शायद आपसे अनुभव में भी बड़े हों; आप उन्हें कहते हैं – “Uncle you are stupid”. तो कहना पड़ता है – लोगों को जोड़ने वाला माध्यम सामाजिक नहीं रहा.

जी हाँ! और इसका सबसे बड़ा कारण है हमारा एक दूसरे से व्यवहार सामान्य नहीं है. दूसरे शब्दों में हमारा सम्बन्ध सामाजिक नहीं है. जब अपने से बड़े उम्र के व्यक्ति, जो की शायद आपसे अनुभव में भी बड़े हों; आप उन्हें कहते हैं – “Uncle you are stupid”. तो कहना पड़ता है – लोगों को जोड़ने वाला माध्यम सामाजिक नहीं रहा. यदि आपके चाचा या दादा के उम्र का कोई व्यक्ति मुर्ख हो भी, आप उसे मुर्ख कहना नहीं चाहेंगे. क्योंकि वे आपके सन्मुख उपस्थित होंगे और आप उनका सम्मान भी करते होंगे. सोशल मीडिया में किसी व्यक्ति विशेष को मनोरंजन का पात्र समझा जाता है. यदि आपके आदर्श और उसके विचारों में अंतर हुआ तो आप वो सब कुछ कह जाते हैं जो किसी भद्र पुरुष या स्त्री को शोभा नहीं देता. और पढ़ें ....

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The art of saying No – क्या आप जानते हैं, कब “हाँ” कहना चाहिए कब “नहीं”?

The art of saying No

आदरपूर्वक सामने वाले से अपनी व्यस्तता हेतु क्षमा मांगकर टाल दें। और हमेशा ऐसा न हो इसका ख्याल रखें।

जब मोटिवेशनल लीडर्स कहते हैं, आपको “नहीं” बोलने की आदत डालनी चाहिए तो इसका मतलब ये नहीं होता कि आप “नहीं” बोलकर अपनी जिम्मेदारियों को टालते रहो। आपको पता होना चाहिए कि क्या करना चाहिए और क्या नहीं? आपको सारे आवश्यक कामों को छोड़कर उस काम पर फोकस करना चाहिए जो अत्यावश्यक है। किसी ने कहा है “Choose Great over Good” अर्थात ढेर सारे अच्छे कामों में वह काम पहले करो जो सबसे अच्छा यानी महान कार्य हो। लेकिन यह इतना भी आसान नहीं है। इसके लिए हमें जानना होगा The art of saying No है क्या? और पढ़ें ....

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Working Capacity Improvement: यह तरीका आपको पूरी तरह बदल देगा

How to increase working capacity?

हम कोई भी कार्य 20% तीव्र या मंद गति से करने की आदत डालते हैं. यह हमारे स्वास्थ्य पर भी बहुत अच्छा प्रभाव छोड़ता है.

एक उम्रदराज व्यक्ति बड़ी ही मुश्किल से सड़क पार करने की कोशिश कर रहा है. उसकी इतनी क्षमता नहीं की वह अपने पैरों पर ठीक तरह से चल सके. लड़खड़ाता हुआ उठता है. संयोग से सड़क पर कोई वाहन नहीं है. वह धीरे-धीरे आधी सड़क तक पहुंचता है की अचानक तेज़ रफ़्तार से एक कार उसके तरफ आती दिखाई देती है. कार का ब्रेक फेल हो चुका है. वह तेज़ी से हॉर्न देते हुए उस उम्रदराज़ और बीमार व्यक्ति के नजदीक पहुंचती है. अचानक वह व्यक्ति दौड़कर रोड के उस पार पहुंच जाता है और अपनी जान बचा लेता है. और पढ़ें ....

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Corona virus से सामाजिक दूरियां और स्वयं की सुरक्षा ही हमें बचा सकती है

अपने हाथ को साबुन या हैंड वाश से 20 से 30 सेकंड तक धोएं.

यह कहने की आवश्यकता नहीं है कि Corona virus विश्व युद्ध की तुलना में अधिक विनाशकारी है। पूरी दुनिया खतरे में है। लोग सामाजिक दूरियां बनाने को मजबूर हैं। 2008 की मंदी की तुलना में वित्तीय संकट अधिक गंभीर है। हम कर्फ्यू जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं।  और पढ़ें ....

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