3 SURE WAYS TO BEAT STRESS
उन फूलों के लिए रोना बंद करो जो उत्तर की दिशा में कभी नहीं खिलेंगे. दक्षिण की दिशा में जाओं और एक नया गार्डन बनाओ.
जब आप stressful होते हैं तो क्या करते हैं? अधिकांश लोग गलत आदतों के शिकार हो जाते हैं. जैसे: नशीले पदार्थों का सेवन, नशीली दवाइयां या नींद की गोलियां खाकर सोना, इत्यादि. कुछ लोग तो प्राकृतिक रूप से हुई घटनाओं के ज़िम्मेदार खुद को ही समझते हैं. यदि आपकी मानसिक स्थिति इस तरह की है, तो आपको तुरंत मनोचिकित्सक से संपर्क करना चाहिए.
Sure Ways to Beat Stress
यदि आप जानते हैं की उपर्युक्त स्थिति आपके लिए ठीक नहीं और आप स्वयं इस स्थिति से बाहर निकलना चाहते हैं, तो आपको Mr. Delmer Eugene Croft की किताब The Supreme Personality पढ़नी चाहिए. आइये जानते हैं क्या है इस किताब में?
Supreme Control of Condition
लेखक कहते हैं, आपकी जो भी स्थिति है, वह आपके सोच पर आधारित है. सोच बदलेंगे स्थिति बदलेगी. ख़राब सिचुएशन से निकलने के लिए आप जितना हाँथ पांव मारते हैं, आप उतने ही डूबते जाते हैं. अपनी स्थिति के बारे में जितने अधिक लोगों को बताएँगे आपकी समस्या उतनी ही बढती जाएगी. अतः तुरंत टॉवल उठाओ और नमकयुक्त पानी से नहाओ. लेखक कहते हैं अपने आत्मसम्मान को जगाने के लिए उसमें परफ्यूम भी डालो.
स्नान करने के बाद अँधेरे कमरे में जाकर सो जाओ. 10 से 15 घंटे तक आराम से नींद लो. सोकर उठने के बाद शांति से और प्रसन्नतापूर्वक, पौष्टिक आहार का सेवन करो.
बीती बातों को जाने दो, आप परिस्थितियों के मारे नहीं बल्कि परिस्थितियां आपकी वजह से हैं. दुखी होना बंद करो, दूसरों को दोष देना बंद करो. और खुद को परिस्थितियों का शिकार मत समझो. ऐसा करने से आप रोना छोड़कर गाना शुरू कर देंगें. परन्तु यह लम्बे समय तक बरक़रार रहे, इसके लिए आपको तीन महत्वपूर्ण विषयों पर काम करना होगा.
3 Sure Ways to Beat Stress
इससे पहले आपका यह जान लेना आवश्यक है की आपकी इच्छाशक्ति सही दिशा में कार्यरत है या नहीं? कहीं ऐसा तो नहीं की आप लहरों के सहारे बहते चले जा रहें हैं? यदि ऐसा है, तो आप स्थिति को अपने हाथों में लो. नए तरीके से प्लान करो. अपनी इच्छाशक्ति को जागृत करो. याद रखो भगवान् भी उसी की मदद करता हैं जिसकी इच्छाशक्ति मजबूत होती है.
Keep your Body Supreme
यदि आपका शरीर अस्वस्थ है, तो आपका दिमाग भी अस्वस्थ होगा. अतः आपको अपना शरीर स्वस्थ रखना होगा. मानव जीवन की सबसे बड़ी विडम्बना है की वह सुख सुविधाओं की चाह में प्रकृति से दूर होता जा रहा है. कभी खुले आसमान में निकलकर देखो. धुप में चलो, शबनम से आच्छादित घासों पर नंगे पांव टहलो.
जंगली जानवर कभी भयानक बिमारियों के शिकार नहीं होते? हमारा शरीर बीमार और कमजोर है क्योंकि हम प्रकृति से दूर हैं. दिन में कम से कम एक बार अपनी तंत्रिकाओं को आराम दो, अपनी मांशपेशियों को ढीला छोड़ दो, अपनी इन्द्रियों को शांत रखो और अपनी सोच को अपने अनुकूल हो जाने दो. किसी पेड़ के नीचे बैठकर फलों का सेवन करो. भोजन के अंतराल में पर्याप्त पानी का सेवन करो.
अपनी पर्सनालिटी के ऊपर ध्यान दो. बालों को ट्रिम रखो और अच्छे कपडे पहनो. इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ता है. ऐसी आदतें छोड़ दो जो आपको कमजोर बनाती हैं. आप अपने शरीर की आलोचना करेंगे, तो शरीर आपका साथ छोड़ देगा. इतना ही नहीं जो आपके शरीर की आलोचना करते हैं, उनसे भी दूर रहो.
सही समय पर व्यायाम करना, खेलना-कूदना, दौड़ना, काम करना और आराम करना आपके शरीर के लिए आवश्यक है. ज्यादा खाना, कम खाना और जंक फ़ूड का सेवन इत्यादि आपकी एनर्जी कम करता है. अर्थात इससे बचो.
Keep your Mind Supreme
आपका दिमाग संभावनाओं से परे है. आप लोगों को राह दिखने के लिए पैदा हुए हैं, ना की हमेशा दूसरों के दिखाए रास्ते पर चलने के लिए. अपने दिमाग को अकेले सोचने के लिए तैयार करो. अपने बारे में सोचो, अपना प्लानिंग स्वयं करो.
अपने दिमाग को बड़ा सोचने दो. अपने दिमाग में नए आदर्शों और उद्द्येश्यों को पनपने दो. लेखक कहते हैं उन फूलों के लिए रोना बंद करो जो उत्तर की दिशा में कभी नहीं खिलेंगे. दक्षिण की दिशा में जाओं और एक नया गार्डन बनाओ. हो सकता है आपको लोग गलत समझे, कोई बात नहीं. दुनियां के मसहूर दार्शनिको भी लोग गलत समझते थे.
आप अपनी सोच का subtotal हैं. अतः अपनी सोच को मजबूत बनाओं. आपकी सोच बीज की तरह है. जैसा बोवोगे वैसा ही काटोगे. आवश्यकता से अधिक गंभीर मत बनो. गंभीरता तमाम तरह के मानसिक रोगों को जन्म देती है. छोटी- छोटी समस्याओं को अपने दिमाग से निकाल दो. अनावश्यक लोगों से दूर रहो. अपनी सोच का दीपक जलाकर अपने दिमाग के कोने- कोने को साफ़ कर दो. जिसमें सुन्दरता हो, नई सोच हो और नई प्लानिंग हो.
Keep your Will Supreme
आपकी इच्छाशक्ति एक दिव्यशक्ति है. इसलिए यह आपकी सर्वोच्च शक्ति है. भाग्य, भय और संदेह आपकी कल्पनाओं से उत्पन्न होते हैं. यदि इच्छाशक्ति प्रबल हो तो ये धुंध की भांति पिघल जाते हैं. और रास्ता साफ़ हो जाता है. लेखक का मानना है, की यदि इच्छाशक्ति प्रबल हो तो अप्राप्य वस्तुएं भी प्राप्त हो जाती हैं.
आपकी इच्छाशक्ति आपकी महत्वाकांक्षा में, आपके शब्दों में तथा आपके हावभाव में प्रगट होनी चाहिए. यह एक मात्र ऐसी ताक़त है जो आपकी प्रतिभा को उड़ान देती है.
जो व्यक्ति मैदान छोड़कर भाग जाता है, उससे भी कहीं अधिक असफल वह व्यक्ति है जिसने कभी सुरुआत ही नहीं किया. जब तक आपके अन्दर कोई इच्छा नहीं होगी, आपका दिमाग उस पर काम नहीं करेगा. अर्थात आपके जीवन में कुछ नहीं होने वाला. वैज्ञानिक भी मानते हैं की दृढ इच्छाशक्ति वाला मरीज जल्दी ठीक होता है. ऐसे लोग बिमारियों के कम शिकार होते हैं.
तो हमने यहाँ जाना की स्ट्रेस को दूर रखने के लिए हमें जीवन के तीन पहलुओं को मजबूत रखना है…(3 Sure Ways to Beat Stress)
स्वस्थ शरीर, स्वस्थ दिमाग और दृढ इच्छाशक्ति. इन तीनों को मजबूत रखो; स्ट्रेस आपको छू भी नहीं सकता.
(3 Sure Ways to Beat Stress)
1 Pingback