Importance of Discipline
सर्वप्रथम अनुशासनहीनता का शिकार व्यक्ति खुद हो जाता है. वह खुद को नकारने लगता है. कभी अपनी क्षमता को नकार देता है, कभी कर्तव्यों को तो कभी अपने अस्तित्व को. और उसके अंदर आलश्य, उदासीनता, हीन भावना, घृणा तथा क्रोध इत्यादि बढ़ने लगता है. अंतर्मन के ये शत्रु किसी विद्वान् एवं बलशाली मनुष्य को भी सफल नहीं होने देते.