THE POWER OF YOUR SUBCONSCIOUS MIND
हमारा दिमाग हमारी सुरक्षा को वरीयता देता है. हम समाज, मीडिया तथा बहुत सारी अन्य विधाओं से नित्य जीवन में जानकारियां समेट रहें हैं. कई बार ये जानकारियां झूठी भी होती हैं.
अच्छी किताबें समाज को संबल देती हैं. किताबों में अनेक महापुरुषों की आत्माएं बसती हैं, जिन्हें हम सुन सकते हैं, महसूस कर सकते हैं तथा उनसे बहुत कुछ सीख सकते हैं.
यदि आपको अच्छी किताबें पढने की आदत है, तो मैं आपको बधाई देना चाहूँगा. आप बधाई के पात्र हैं. आप उन 10% लोगों में से हैं जिन्होंने इस दुनिया को बदलने का सपना देखा और उन्हें साकार भी किया. दुनिया के बड़े- बड़े बिजनेसमैन, वैज्ञानिक, महान विचारक, लेखक और कलाकार सबमें एक बात कॉमन पाई जाती है. इन सारे लोगों को अच्छी किताबें पढ़ने की आदत थी और है.
किताबें हमारी सोच को दिशा देती हैं और यह साबित हो चुका है, जैसा हम सोचते हैं, वैसा ही बनते हैं. परन्तु क्या ऐसा भी होता है, जो हम दिल से चाहते हैं, हमें मिल जाता है?
फिल्म ओम शांती ओम की वह शायरी शायद आपको भी याद होगी…
इतनी शिद्दत से मैंने तुम्हें पाने की कोशिश की है,
के हर ज़र्रे ने मुझे तुमसे मिलाने की साज़िश की है.
कुछ इसी दर्शन पर आधारित है, डॉ. जोसेफ़ मर्फी की किताब The Power of your Subconscious Mind. जिसके बारे में हम चर्चा करेंगे.
Subconscious Mind को हिंदी में अवचेतन मन कहते हैं
जब हम नींद में होते हैं, उस समय हम चेतनाशुन्य हो जाते हैं. दुसरे शब्दों में कहा जाये तो हमारा Active Mind अर्थात चेतन मन काम नहीं करता. परन्तु हमारे शरीर की सारी क्रियाएं सुचारू रूप से चलती रहती हैं. शरीर में खून का दौड़ना, फेफड़े द्वारा खून की शुद्धिकरण, पाचन क्रिया इत्यादि स्वचालित अवस्था में रहती है.
एक छोटा सा उदहारण देखिये. जब हम कोई संगीत वाद्य बजाना सीखते हैं या गाड़ी चलाना सीखते हैं, तो हमें हर प्रक्रिया याद रखने की आवश्यकता पड़ती है. परन्तु जब हम इन कलाओं में निपुण हो जाते हैं, हमारे लिए सब कुछ सहज हो जाता है. हम गाड़ी चलाते समय और कई काम कर लेते हैं.
यह प्रक्रिया हमारे Subconscious Mind की वजह से अबाध्य रहती है. परन्तु क्या आप जानते हैं? हमारा Subconscious Mind हमें नकारात्मक सुझाव भी देता है?
Negative Suggestion of the Subconscious Mind
हमारा दिमाग हमारी सुरक्षा को वरीयता देता है. हम समाज, मीडिया तथा बहुत सारी अन्य विधाओं से नित्य जीवन में जानकारियां समेट रहें हैं. कई बार ये जानकारियां झूठी भी होती हैं. जब हमारे अवचेतन मन को बार – बार असत्य तथ्यों को परोसा जाता है, तो हमारा अवचेतन मन उसे सत्य मानने लगता है. शायद इसीलिए गांधीजी कहते थे. “बुरा मत सुनो, बुरा मत कहो और बुरा मत देखो”.
The Power of Subconscious Mind
हमारा अवचेतन मन केवल हमारी सुरक्षा ही नहीं करता, ये हमारे शरीर के विकारों को भी दूर करता है तथा आवश्यकतानुसार शरीर को रिपेयर भी करता है. सकारात्मक विचारों वाले व्यक्ति की रोगप्रतिरोधक क्षमता नकारात्मक सोच वाले व्यक्ति की तुलना में अधिक होती है. मनोवैज्ञानिक मानते हैं की अध्यात्मिक दर्शन को मानने वाला या भगवान् में विश्वास करने वाला व्यक्ति अधिक प्रसन्न चित्त एवं निरोगी होता है. ऐसे लोग अधिक वर्षों तक जीते हैं. इसका कारण एक ही है – ThePower of Subconscious Mind.
लेखक ने इस किताब के माध्यम से, अवचेतन मन की ताकत को समझाने का सफल प्रयत्न किया है. इस किताब में एक कहानी का जिक्र हुआ है.
एक क्षय रोग से ग्रसित व्यक्ति की कहानी
“एक व्यक्ति क्षय रोग से ग्रसित था. उसे लगता था वह कभी ठीक नहीं होगा. बीमारी लगभग तीसरे चरण में पहुँच चुकी थी. उसका पुत्र हर कोशिश करके हार चूका था और हर दवा बेअसर हो चुकी थी. एक दिन उसके बेटे ने एक अंतिम तरीका आजमाया.
रास्ते में उसे एक पुरानी लकड़ी मिली. वह उसे लेकर कारपेंटर के पास गया और उसने एक सुन्दर क्रॉस बनवाया. उस क्रॉस को लेकर वह अपने पिताजी के पास गया और बोला – “पिताजी यह दिव्य क्रॉस मुझे एक महापुरुष ने दिया है. उन्होंने कहा है कि यह बहुत ही चमत्कारिक है. जो इसे अपने पास रखता है और दिल से भगवान् की प्रार्थना करता है, वह हर तरह की बीमारी से मुक्त हो जाता है”.
उसके पिताजी ने वह क्रॉस ले लिया और हमेशा ठीक होने की प्रार्थना करने लगे. देखते ही देखते उनका स्वास्थ्य सुधरने लगा और एक दिन पूरी तरह ठीक हो गए. उनके बेटे ने यह राज की बात उनसे हमेशा छुपाये रखा”.
इस किताब में ऐसी कई घटनाओं का जिक्र हुआ है. हम business life में Subconscious Mind को कैसे इस्तेमाल करें, इस किताब में विस्तृत रूप से लिखा गया है. हमें अपने अवचेतन मन को सही इनफार्मेशन ग्रहण करने और देने के लिए तैयार करना होगा. क्या आप यह किताब पढना चाहेंगे? ओके, मैंने डिस्क्रिप्शन बॉक्स में इसका लिंक दे दिया है. ऐसी और किताबों की जानकारियां और लिंक प्राप्त करने के लिए हमें सब्सक्राइब करें और इसे शेयर करना न भूलें.
मेरे मित्र के जीवन में यह चमत्कार देखने को मिला
अब मैं आपको एक सत्य घटना के बारे में बताने जा रहा हूँ, जो डॉ. मर्फी के इस दर्शन को सत्य साबित करती है. आप इसे संयोग कह सकते हैं, परन्तु ऐसे प्रायोजित चमत्कार अवचेतन मन की दृढ़ता को संबल देते हैं.
एक बार मेरा मित्र मोबाइल फ़ोन की दुकान में एक घड़ी देखता है. शायद बहुत लोगों ने Orange कंपनी की उस घड़ी को देखा होगा. यह घड़ी Nokia मोबाइल फ़ोन और Orange Sim साथ में खरीदने पर मुफ्त में मिलती थी. मेरे मित्र को यह घड़ी इतनी पसंद आई की वह उसे हर हाल में लेना चाहता था. परन्तु उसके पास इतना पैसा नहीं था की वह मोबाइल फ़ोन ले सके. उसे भी यह जानकारी थी की वह घड़ी उसकी नहीं हो सकती क्योंकि वह घड़ी कहीं बिकती नहीं थी. परन्तु मन ही मन में वह उसको महशूश कर रहा था. उसकी सुन्दरता को अपनी कलियों पर अनुभव कर रहा था. और एक दिन उसे सचमुच वह घड़ी मिल गई.
सुबह अपने काम से निकलकर रेलवे स्टेशन पहुंचा. लोकल ट्रेन में काफी भीड़ थी. वह ट्रेन का इंतजार कर रहा था की एक ट्रेन आकर रुकी. उसने चढ़ने का प्रयत्न किया परन्तु असफल रहा. अचानक एक यात्री के हाथ से Orange की घड़ी टूटकर उसके सामने गिर पड़ी. इसके पहले की वह घड़ी उठाकर उस व्यक्ति को देता ट्रेन चल पड़ी. घड़ी पर ना तो कोई डेंट आया था ना ही खरोच. उसके पट्टे का एक पिन टूट गया था.
मेरे मित्र ने उस घड़ी को ठीक करवा लिया. और यह घड़ी उसके पास कई सालों तक रही. हम भी इसी तरह अपने जीवन में मनचाही सफलता प्राप्त कर सकते हैं.
इसके लिए आपको यह किताब एक बार अवश्य पढनी चाहिए. इसमें बताये हुए तरीके से अपने सपनों को मूर्त रूप में अनुभव कर सकते हैं. जब आप अपने लक्ष्य को मूर्तरूप में अनुभव करेंगे, तो आपके सामने ऐसे कई रास्ते निकल आयेंगे जो आपने सोचा भी नहीं होगा. और सफलता आपकी तरफ खिचती चली आएगी. यदि आपके जीवन में भी ऐसे चमत्कार हुए हैं तो कमेंट बॉक्स में अवश्य लिखें.
The Power of your Subconscious Mind – Read here
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